दिन के आखिर में
नींद के आग़ोश में
अपने को छोड़ देने से ठीक पहले
जिंदगी जो सवाल करती है
उनके जवाब देने की क़ाबलियत
तुम्हारी असली कहानी बताती है
बाकि सब कुछ तुम
अच्छे से छुपा भी लेते हो
और पचा भी।
रोज नए चेहरे भी
लगा लेते हो
आदमी उन जवाबो तक पहुंचने
के संघर्ष
और घावों
के बिना
गिरगिट बन ही जीता है।
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