जनता यहाँ हमेशा तमाशाबीन रही है और संघर्ष से मुँह चुरा मनोरंजन खोजती है। मुद्दों को तो जनता ने दरकिनार किया, नेता क्या करेंगे।
डिमांड और सप्लाई अपना काम दिखाता है।
भारत के चुनाव भी कुछ इसी तरह होते है। मनोरंजक।
ये चुनाव भी।
एक स्वाभाविक कॉमेडियन है. पूरी दक्षता और क्षमता के साथ कॉमेडी रचते है। बच्चे भी कई बार आश्चर्य में पड़ जाते है , ऐसा कौन करता है और कैसे कर लेता है भाई।
दूसरे कमाल के जादूगर, पूरा सर्कस रचते है. मायावी दुनिया में ले जाके अंगूठे से मदिरा चुसवा नशे का आभास करवाते है और जनता डिमो(DeMo) की जगह नशे में मोडी - मोडी बड़बड़ाती है।
लेकिन शशश। .......देश सो रहा है।
धीरे से बोलो - "मेरा भारत महान"। ...देश सो रहा है। ......कही उठ न जाये , नहीं तो कॉमेडियन और जादूगर भागते फिरेंगे और देश जात - पात - आरक्षण - अपराध , तुष्टिकरण ,कमीनापन, जनसख्या रूपक कैंसर , मुफ्तखोरी से हटकर इंसानियत, मेरिटोक्रेसी, प्राइड, थोड़े लेकिन अच्छे लोग , हैप्पीनेस इंडेक्स और sustainability अपना लेगा। एक हिन्दू प्राइड पहचान बनेगी और देश खुद अपने पैरो पर खड़ा होकर अनुसन्धान उन्मुखी प्रगति करेगा।
और मेरी नींद फिर खुल गई।
सपने अक्सर सोने नहीं देते है।
#JagteRaho